
उत्तराखंड में बिजली दरों में बढ़ोतरी को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता शीशपाल सिंह बिष्ट जी का कहना है कि जनता पहले से ही चौतरफा महंगाई की मार झेल रही है, खाने पीने की चीजों से लेकर कापी किताबें एवं स्कूलों की फीस को लेकर पहले ही जनता परेशान है, साथ ही बिजली घर में बढ़ोतरी को लेकर कहा कि उत्तराखंड में 19 अप्रैल को लोकसभा के चुनाव संपन्न होते ही तत्काल नियामक आयोग ने विद्युत दरों में बढ़ोतरी कर दी है ऊर्जा प्रदेश में आखिर क्यों उपभोक्ताओं को इतनी महंगी बिजली खरीदनी पड़ रही है, उनको किस बात का दंड मिल रहा है 2018 के बाद से यह सिलसिला रुक ही नहीं रहा है साल में दो-दो बार बिजली की दरें बढ़ाई जा रही है सरकार को इस पर पुनर्विचार करना चाहिए, और बड़ी हुई बिजली दरों को तत्काल वापस लिया जाना चाहिए यह तानाशाही पूर्ण फैसला है, साथ ही उनका कहना है कि कांग्रेस पार्टी अवैध अतिक्रमण के खिलाफ है लोगों को बेवजह परेशान करना ठीक नहीं है, आदरणीय पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत जी के शासनकाल में बस्तियों के नियमितीकरण के लिए आयोग का गठन किया था उसमें तीन सूत्रीय फार्मूला सुजाया गया था, अगर जो बहुत ही आवश्यक है तो उनको अन्यत्र बसाया जाए लेकिन उन पर बुलडोजर चलाया जा रहा है वह लोग हमारे ही प्रदेश के हैं बाहर से तो आए हुए नहीं है सरकार को सोच समझ फैसला करें, साथ ही अभी नगर निगम के चुनाव सिर पर हैं लेकिन जब वहां पर अतिक्रमण हो रहा था तब सरकार क्यों कुंभकरण की निद्रा में सोई हुई थी यह किस स्तर से लापरवाही हुई है इसका जवाब सरकार को देना चाहिए, जब आपको वोट चाहिए होते हैं तो उनको आप वहां बसा देते हैं एक भय का माहौल बनाकर कि अगर आपने वोट नहीं दिया तो आपको यहां से हटा दिया जाएगा इस तरह का तानाशाही रवैया कोई बर्दाश्त नहीं करेगा, आदरणीय हरीश रावत जी की सरकार में जो आयोग का गठन हुआ था उसमें संशोधन करके उसे लागू किया जाए।
रिपोर्टर :लक्ष्मण प्रकाश
कैमरामैन: चन्दन कुमार