महेंद्र भट्ट के बयान पर कांग्रेस मुख्य प्रवक्ता गरिमा दसोनी जी ने कहा कि होश कि दवा ले महेंद्र भट्ट और अपने गिरेबान में झांक कर देखें जिस बद्रीनाथ विधानसभा से वो आते हैं और जिस बदला विधानसभा के विधायक रह चुके हैं
उस बद्रीनाथ विधानसभा को को बचा नहीं पाए और अब कसीदे गढ़ रहे हैं कि दादा विधानसभा से जिस विधानसभा से उनका लेना देना ऐसी कौन सी जादुई छड़ी हाथ लग गई में जो बद्रीनाथ विधान सभा की जनता ने आपको करारा जवाब दिया है वहीं विधानसभा आपको इस बात का जवाब
देगी कि जब उनकी लोकप्रिय विधायक उनके द्वारा चुनी गई विधायक सैलानी रावत का सब लाया जा रहा था और अंतिम संस्कार चल रहा था दस मुनि में तो उस वक्त प्रदेश के मुख्यमंत्री दिल्ली के बुराड़ी में केदारनाथ धाम का भूमि पूजन कर रहे थे प्रतीकात्मक मंदिर तो इस बात का बदला लेगी के अलावा की जनता की जब
प्रदेश के पांच शहीद जवानों का शव यहां लाया गया उस वक्त आपको फुर्सत नहीं थी उनको आखिरी सलाम करने थी और दिल्ली के बुराड़ी में ही पूजन कर रहे हैं यानी कि केदारनाथ धाम जो हमेशा भारतीय जनता पार्टी के सत्ता में आने के बाद विवादों में रहा है और चाहे क्यूआर और हो चाहे प्रतिकार
मंदिर का भूमि पूजन हो चाहे सोने का पीतल में बदल जाना हो चाहे वहां लाइट एंड साउंड प्रोग्राम हो चाहे कोई भी व जाओ वहां लगातार भी देवस्थानम बोर्ड गठन करके भी आप में उन लोगों की भावनाओं को आहत किया है और कहीं न कहीं आपने हमारे धामों के महात्मा को उनके पौराणिक
परंपराओं को चोट पहुंचाने का पूंजी की जो कोशिश की है उसके लिए भी के दवा की जनता को माफ नहीं करेगी और इस बार आपको होगी खानी पड़ेगी आपको कहीं न कहीं अपने अंदर आत्मावलोकन करना पड़ेगा कि आज राज्य में महंगाई बेरोजगारी है महिलाओं और छोटी छोटी बच्चियों के साथ दुष्कर्म रहे और भ्रष्टाचार
में आकंठ डूबे हुए हैं तो ऐसा कौन सा कारनामा है जिसकी वजह से केदारनाथ की जनता आपके लिए वोट करेगी क्योंकि केदारनाथ की जनता इन्हें पूरे प्रदेश के लोगों ने आप पर विश्वास करके आपको दो बार प्रचंड बहुमत की सरकार दे दी और तीन बार लोकसभा में आपके पास भेज लिए लेकिन हमारे ग्रामीण अंचल
की हालत जस की तस बनी हुई है आज आपदा के केदारनाथ में आईबीए आपके जिन मंत्रियों को जिला पदाधिकारियों को वहां होना चाहिए था जिन सांसदों को होना चाहिए ताकि डालना की जनता के साथ वो दिल्ली दरबार में माथा टेकने का काम कर रहे हैं तो मुगालते में न रहे मुंगेरीलाल के हसीन सपने न देखें
रिपोर्टर: लक्ष्मण प्रकाश