
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल बहुप्रतीक्षित ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना में कई रिकार्ड बनने जा रहे हैं। चुनौतीपूर्ण इस रेल परियोजना की प्रगति के साथ कई रोचक अनुभतियां भी जुड़ती जा रही हैं।
ऋषिकेश से कर्णप्रयाग तक इस रेल परियोजना की कुल लंबाई 125 किमी है। इस पर बड़ी रेल लाइन बिछाने के लिए 17 सुरंग बनाई जा रही हैं, जिनकी लंबाई 104 किमी है। यानी इस परियोजना में मात्र 21 किमी रेल लाइन ही खुले आसमान के नीचे गुजरेगी, बाकी लाइन भूमिगत रहेगी। आइए जानते हैं इस परियोजना पर बन रहे रिकार्ड के बारे में:
परियोजना का 104 किमी हिस्सा भूमिगत होगा, जो एक विश्व रिकार्ड बनने जा रहा है।
शुक्रवार को शिवपुरी से गूलर के बीच 2.492 किमी लंबी जो निकास सुरंग आर-पार खुली, उस पर रिकार्ड बन गया है। इस सुरंग में एक ही दिन में ही 108 मीटर खोदाई का रिकार्ड बना है।
बीते 23 अगस्त को इस निकास सुरंग पर सबसे अधिक 108 मीटर की खोदाई की गई। यह परियोजना में अब तक की खोदाई का रिकार्ड है।
विश्व की सबसे लंबी करीब 14.8 किमी रेल सुरंग भी इसी परियोजना में बन रही है। जो आने-जाने के लिए अलग होगी।
यह सुरंग देवप्रयाग के जनासू से सौड़ गांव तक टीबीएम की मदद से तैयार होगी। अन्य सभी सुरंग ड्रिल एंड ब्लास्ट तकनीकी से बन रही हैं।