ऊधमसिंह नगर के नानकमत्ता क्षेत्र में 13 वर्षीय बालक को तेंदुआ उठाकर ले गया। वहीं, शाम को बागेश्वर जिले की कांडा तहसील में तीन साल की बच्ची को भी तेंदुए ने मार डाला।कुमाऊं में वन्यजीवों का आतंक थम नहीं रहा है। तेंदुओं के हमले की तीन घटनाओं में दो बच्चों की मौत हो गई, जबकि क्षेत्र पंचायत सदस्य समेत दो लोग घायल हो गए।ऊधमसिंह नगर के नानकमत्ता क्षेत्र में रनसाली रेंज के प्लाट संख्या चार के समीप ग्राम बिचवा भूड़ निवासी कुलविंदर सिंह उर्फ किंदा खेती-बाड़ी करते हैं। बृहस्पतिवार दोपहर एक बजे उनका 13 वर्षीय बेटा गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी घर के आंगन में लगे नल में हाथ धो रहा था। तभी गन्ने के खेत से निकला तेंदुआ गोपी की गर्दन पकड़कर खींच ले गया। माता-पिता और परिजनों के शोर मचाने पर आसपास काम कर रहे ग्रामीण खेत की ओर दौड़ पड़े। इस पर तेंदुआ जंगल में भाग गया। गंभीर रूप से घायल गोपी को सितारगंज उपजिला अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।डॉ. रविंद्र सिंह ने बताया कि किशोर के गले की नलियां फट गई थीं, जिससे ज्यादा रक्त बह गया। घटना से मां मनजीत कौर, छोटे भाई अर्शदीप सिंह व लवप्रीत सिंह व अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। गोपी ग्राम बिचवा स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में कक्षा छह का छात्र था। उसके दोनों छोटे भाई हर्षदीप व लवप्रीत भी इसी विद्यालय में पढ़ते हैं। बृहस्पतिवार को वाल्मीकि जयंती के उपलक्ष्य में अवकाश के चलते तीनों भाई घर पर ही थे।