राज्य में राष्ट्रीय खेलों का माहौल बनाने के लिए हर जिले में मशाल रैली निकलेगी। संबंधित क्षेत्रों के खिलाड़ी, जनप्रतिनिधि और गणमान्य लोग शामिल होंगे।
खेल मंत्री रेखा आर्या ने बताया कि 26 अक्तूबर से राष्ट्रीय खेलों के लिए चयनित खिलाड़ियों का प्रशिक्षण कैंप शुरू हो जाएगा। इस संबंध में उत्तरांचल ओलंपिक संघ से बात हो गई है। राज्य संघ को हर तरह से सहयोग करेगा।
खिलाड़ियों में आत्मविश्वास बढ़ाने और मार्गदर्शन के लिए देश और विदेश के कोच मुहैया कराए जाएंगे। 26 अक्तूबर से प्रशिक्षण शिविर लगाए जाने की खबर अमर उजाला ने 16 अक्तूबर को प्रकाशित की थी, जिसके अनुसार 25 अक्तूबर को नई दिल्ली में भारतीय ओलंपिक संघ की आम बैठक संपन्न होने के अगले दिन से ही राज्य में प्रशिक्षण शिविर शुरू हो जाएंगे।
तैयारियों को लेकर खेल मंत्री की विधानसभा सभागार में लगातार बैठकें हुई हैं। एक बैठक में उत्तरांचल ओलंपिक संघ के पदाधिकारी शामिल हुए। बैठक में विशेष प्रमुख सचिव खेल अमित सिन्हा, निदेशक प्रशांत आर्य, उत्तरांचल ओलंपिक संघ अध्यक्ष महेश नेगी, महासचिव डीके सिंह आदि मौजूद रहे।
सभी जनपदों में टॉर्च रैली निकाली जाएगी
बैठक में तय किया गया कि राष्ट्रीय खेलों को उत्सव को रूप देने और आम लोगों को जोड़ने के लिए सभी जनपदों में मशाल यात्रा (टॉर्च रिले) निकाली जाएगी, जिसमें संबंधित क्षेत्रों के खिलाड़ी, जनप्रतिनिधि और गणमान्य लोग शामिल होंगे।
उत्तराखंड के चार खेल होंगे शामिल, दोगुनी होगी इनाम राशि
खेल मंत्री ने बताया कि राष्ट्रीय खेलों की 38 प्रतियोगिताओं में चार खेल राज्य के शामिल होंगे, जिनमें योग और मलखम्ब को तय कर लिया गया है। इसके अलावा मुर्गा झपट और अन्य कुछ खेलों में से दो और खेल शामिल करने पर विचार किया जा रहा है। राष्ट्रीय खेलों में पदक विजेता की इनाम राशि भी दोगुनी होगी। मसलन, मौजूदा समय में राज्य के स्वर्ण पदक विजेता को छह लाख की राशि दी जाती है, यदि वित्त विभाग की मंजूरी मिलती है तो यह 12 लाख हो जाएगी। इसी तरह अन्य पदकों पर भी राशि में वृद्धि होगी।
राष्ट्रीय खेलों की पदक तालिका में टॉप फाइव में आने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।