रुद्रपुर के गांधी पार्क में आमरण अनशन पर बैठी एक महिला श्रमिक ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि अगर अनशन के दौरान उसकी मृत्यु होती है तो उसके शव का अंतिम संस्कार उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के खटीमा आवास के बाहर किया जाए, महिला श्रमिक के पत्र लिखने के बाद पुलिस महकमें में हड़कंप मचा और पुलिस कर्मियों ने अनशन स्थल पर पहुंचकर महिला श्रमिक को उठाकर जिला अस्पताल में भर्ती कराया है।
पंतनगर सिडकुल की डॉल्फिन कंपनी में काम करने वाली महिला श्रमिक पिंकी गंगवार ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम खत लिखकर अपने शव का दाह संस्कार मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के घर के बाहर किए जाने की इच्छा जताई है। महिला श्रमिक का कहना है कि वह पंतनगर सिडकुल की डॉल्फिन कंपनी में काम करती थी, इस दौरान फैक्ट्री प्रबंधन के द्वारा श्रमिकों को कंपनी बेस से हटकर ठेका प्रथा पर रखने का निर्णय लिया। इसके विरोध मे श्रमिकों के द्वारा पिछले दो माह से धरना प्रदर्शन किया जा रहा था, लेकिन जब इसके बाद भी उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई तो कई महिला और पुरुष श्रमिकों के द्वारा पिछले 8 दिनों से कई आमरण अनशन शुरू किया गया है। उसके बाद भी उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई तो उसने कहा कि जिला प्रशासन और फैक्ट्री प्रबंधन के द्वारा उनकी मांग पूरी नहीं की जा रही और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जो खुद प्रदेश के श्रम मंत्री भी हैं वह भी मजदूरों की बात नहीं सुन रहे, महिला श्रमिक पिंकी गंगवार ने कहा अगर अनशन के दौरान उसकी मृत्यु होती है तो उत्तराखंड के मुख्यमंत्री / प्रदेश के श्रममंत्री पुष्कर सिंह धामी जो उधम सिंह नगर जनपद निवासी हैं और खटीमा में उनके आवास है। उसने इच्छा जताई है कि उसके शव का दाह संस्कार मुख्यमंत्री आवास के बाहर किया जाए, इसके बाद पुलिस महक में हड़कंप मचा और रुद्रपुर के गांधी पार्क मे मंगलवार देर रात पुलिस प्रशासन पहुंच गया, महिला श्रमिक प्रीति गंगवार को अनशन से उठाकर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अनशन से उठने के दौरान पुलिस और श्रमिकों में काफी नोकझोक भी हुई है।
रिपोर्ट : लक्ष्मण प्रकाश