राजधानी देहरादून के आईआरडीटी सभागार में चौथी बटालियन दी गढ़वाल राइफल्स के पूर्व सैनिकों और परिवारजनों ने अपना नूरानांग युद्ध सम्मान दिवस बड़े ही धूमधाम से मनाया। इस दौरान सभी ने नूरनांग युद्ध के शहीदों को याद किया तो वहीं अन्य सैनिकों को सम्मानित भी किया गया जिसके चलते रिटायर्ड मेजर जनरल यादव ने कहा कि 17 नवंबर 1962 को हमारी गढ़वाल राइफल्स की पलटन ने एक बहुत ही ऐतिहासिक लड़ाई लड़ी थी जिसमें हमने चीनियों को मात दी थी और उनमें से राइफलमैन जसवंत सिंह, नायक त्रिलोक सिंह और राइफलमैन गोपाल सिंह ने मुख्य किरदार निभाया था। साथ ही उन्होंने कहा कि आज उसी युद्धस्थल पर एक विशाल भवन है जिसे जसवंतगढ़ मेमोरियल के नाम से जाना जाता है।
रिपोर्टर:लक्ष्मण प्रकाश