
विजयवर्धन ढंढरियाल जी का कहना है कि ट्रैफिक पुलिस अपनी वर्दी और पद का गलत प्रयोग कर रही है सिटी बसों पर जो भारी भरकम जुर्माना लेते हैं वह गलत है एक्ट 179 है वह सिटी बसों पर बहुत कम उपयोग में आता है हमारा जो परमिट है वह रूट परमिट है हमारे पास सारे कागज है फिर भी हमारे दो-तीन हजार का चलन वह कर देती है शनिवार को हमारी एक गाड़ी सीज कर दी गई है वह किस धारा पर चीज की वह धारा भी हमें नहीं बताई गई मेरा मानना है कि पुलिस कहीं ना कहीं अंत-शंट चालान कर इसका मतलब पुलिस घूस जाती है यह चालन करें तो करें लेकिन नियम अनुसार
रिपोर्टर :- लक्ष्मण प्रकाश
कैमरामैन :- चन्दन कुमार