
प्रदेश के सरकारी उपक्रमों और निगमों के कर्मचारियों में नीतियों के खिलाफ खासा उबालें और बाल श्रम कानून हाशिए पर है कारण है सरकारी तंत्र की उदासीनता इस स्थिति में जहां राष्ट्रीय व प्रदेश स्तरीय श्रमिक व कर्मचारी संगठन खामोश हैं ऐसे में श्रमिकों व कर्मचारियों में खासा उबाल है इस संबंध में चर्चा के लिए भारतीय मजदूर संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष शांति कुमार मेहता हम से रूबरू हुए।