
मानसून की शुरूआत होने के साथ ही यहां ग्रीष्मकालीन पर्यटन सीजन में बड़ी तादाद में देश विदेश से पहुंचे सैलानी अब लौटने लगे हैं। इस पीक सीजन में शहर और इसके आसपास करीब पांच लाख पर्यटक पहुंचे हैं।
मानसून की शुरूआत होने के साथ ही यहां ग्रीष्मकालीन पर्यटन सीजन में बड़ी तादाद में देश विदेश से पहुंचे सैलानी अब लौटने लगे हैं। इस पीक सीजन में शहर और इसके आसपास करीब पांच लाख पर्यटक पहुंचे हैं। इस वीकेंड के बाद नैनीताल के अधिकतर होटल व होम स्टे में 30 से 40 फीसदी तक की छूट दी जाएगी।
ग्रीष्मकाल में जैसे जैसे शहरों में गर्मी बढ़ती रही उसी के साथ हिल स्टेशनों की ओर सैलानियों की संख्या भी बढ़ती गई। ऐसे में नैनीताल के साथ ही भीमताल, भवाली, सातताल, नौकुचियाताल आदि पर्यटन क्षेत्रों मेें सैलानी पहुंचते रहे। शहर में 15 अप्रैल से 30 जून तक पीक सीजन चलता है। ऐसे में यहां होटलों व होम स्टे के रेट बढ़ जाते हैं। इस सीजन में 2500 से 15000 तक के कमरे मिलते हैं। शहर में करीब 320 होटल व होम स्टे पंजीकृत है। इन होटलों के साथ ही अवैध रूप से संचालित होटल व होम स्टे पैक रहते हैं। जुलाई के बाद नैनीताल शहर में ऑफ सीजन शुरू हो जाता है। पर्यटक नहीं पहुंचने के चलते होटल व होम स्टे संचालक 30 से 40 फीसदी तक कमरे के किराए में छूट देते हैं।
वर्षवार पर्यटकों की आमद
नैनीताल और आसपास के पर्यटन स्थलों में घूमने के लिए वर्ष 2021 में मई में 8,779, जून में 1,88,72 सैलानी, वर्ष 2022 में मई में 7,31,20 और जून में 8,95,61, वर्ष 2023 के मई माह में 89,888 और जून में 1,58,721 पर्यटक पहुंचे। इधर 2024 में करीब पांच लाख सैलानी पहुंचने की बात कही जा रही है।
होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन, नैनीताल, के अध्यक्ष दिग्विजय सिंह बिष्ट ने बताया कि ग्रीष्मकालीन पर्यटन सीजन काफी बेहतर रहा। 30 जून तक सैलानियों की आमद बनी रहेगी। उनके बाद भी सैलानियों के पहुंचने की संभावनाएं हैं। जुलाई से होटल व गेस्ट हाउस के कमरों के किराए में 30 से 40 फीसदी तक छूट दी जाएगी।