उत्तराखंड

मुखबा शीतकालीन प्रवास स्थल में प्रधानमंत्री, मां गंगा को नमन कर की पूजा-अर्चना

गंगोत्री धाम के शीतकालीन प्रवास स्थल मुखबा में दर्शन के लिए आ रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस यात्रा को लेकर बहुत उत्सुक हैं। उन्होंने एक्स पर अपनी इस उत्सुकता को साझा किया है

प्रधानमंत्री को भेंट किया गया गंगाजल

श्री पांच गंगोत्री मंदिर समिति की ओर से प्रधानमंत्री को भेंट किया गया गंगाजल।

ढोल रणसिंगे के साथ हो रही पूजा

पीएम नरेंद्र मोदी मुखबा में कर रहे मां गंगा की विशेष पूजा अर्चना। ढोल रणसिंगे के साथ हो रही पूजा।

प्रधानमंत्री मोदी ने की गंगा आरती

 मुखबा स्थित गंगा मंदिर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 मिनट तक मां गंगा की विशेष पूजा अर्चना की। मुखबा मां गंगा का शीतकालीन प्रवास है।

भारत का तिब्बत से था सीधा व्यापारिक संबंध

वर्ष 1962 में भारत चीन युद्ध से पहले यहां के ग्रामीणों का तिब्बत से सीधा व्यापारिक संबंध था। इसके अलावा चमोली जनपद की नीति माणा, उत्तरकाशी जिले के कोपांग, जादूंग और पिथौरागढ़ जिले के गुंजी गांवों से तिब्बत और मानसरोवर यात्रा की जाती थी। वर्ष 1962 में भारत-चीन युद्ध के बाद पिछले छह दशकों से अधिक समय से व्यापार और कैलाश मानसरोवर यात्रा बंद है। हालांकि वर्ष 1976 में कैलाश मानसरोवर यात्रा फिर से शुरू की गई, लेकिन फिर कोविडकाल और बाद में चीन से संबंधों में तल्खी के बाद यह यात्रा बंद है। पिछले दिनों केंद्रीय विदेश मंत्री की चीन के विदेश मंत्री से कैलाश मानसरोवर यात्रा शुरू करने को लेकर हुई वार्ता से उम्मीद के पंख लगे हैं। इधर जिला प्रशासन चमोली की सीमा दर्शन की शुरूआती कवायद से स्थानीय लोगों में खुशी है।

प्रधानमंत्री मोदी का हेलिकॉप्टर हर्षिल पहुंचा

प्रधानमंत्री मोदी का हेलिकॉप्टर हर्षिल पहुंचा। एमआई 17 हेलिकॉप्टर से पीएम पहुंचे। यहां से पीएम सीधे मां गंगा के शीतकालीन प्रवास मुखबा के लिए रवाना होंगे। मुखबा स्थित गंगा मंदिर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 मिनट तक मां गंगा की विशेष पूजा अर्चना करेंगे।

बिना पास के कोई भी ग्रामीण नहीं जाएगा

पीएम की जनसभा स्थल पर बिना पास के कोई भी ग्रामीण नहीं जा पाएगा। चीन सीमा पर पीएम के दौरे को लेकर सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट मोड पर हैं। पीएम के कार्यक्रम के दौरान हर्षिल और मुखबा क्षेत्र जीरो जोन रहेगा। वहीं क्षेत्र के ग्रामीण पीएम के दौरे को लेकर काफी उत्साहित हैं, सीमांत गांव के ग्रामीण गुरुवार सुबह 7 बजे से ही जनसभा स्थल पर पहुंचने शुरू हो गए हैं

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