
उत्तराखंड में पांचवें धाम के रूप में पहचान रखने वाले सिखों के प्रमुख तीर्थ हेमकुंड साहिब के कपाट 22 मई को सुबह 10:30 बजे श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे।यात्रियों की सुविधा के लिए ट्रस्ट की ओर से अपने सभी गुरुद्वारों, धर्मशाला और विश्राम स्थलों में रखरखाव का कार्य प्रारंभ कर लिया गया है।गुरुद्वारा ट्रस्ट प्रशासन और स्थानीय नागरिकों के साथ मिलकर हेमकुंड साहिब की यात्रा को सुलभ बनाने के लिए प्रयास किए जाएंगे।
रमजान माह शुरू होने से पूर्व कलियर में जायरीन उमडऩे लगे हैं। भीड़ के आगे सभी इंतजाम नाकाफी साबित हुए। यहां तक की पानी के लिए भी जायरीन तरस गए। घंटों तक तेज धूप में तपते फर्श पर खड़े होकर जायरीन ने अमन चेन की दुआ मांगी।
माना जा रहा है कि चांद के नजर आने के साथ ही शनिवार से रमजान माह की शुरुआत हो जाएगी। गुरुवार को रमजान माह से आखिरी जुमेरात भी थी। इस कारण दूरदराज से बड़ी संख्या में कलियर में जियारत करने के लिए जायरीन पहुंचना शुरू हो गए थे।दोपहर के समय थोड़ी भीड़ कम हुई लेकिन शाम होते-होते फिर से भीड़ बढ़ गई। दरगाह मोअज्जम अब्दुल सलाम ने बताया कि वैसे तो यह सामान्य जुमेरात है, लेकिन दो दिन बाद रमजान शुरू होने वाले है इसलिए यहां पर भीड़ उमड़ी है।