उत्तराखंड

 नशा मुक्ति केंद्र में हत्या सेंटर की पाबंदियों से परेशान थे आरोपी, जेल जाने के लिए खेला खूनी खेल

केंद्र के संचालक रविंद्र कुमार ने बताया कि आरोपियों ने बुधवार देर रात उनकी हत्या की भी योजना बनाई थी। जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे होने की वजह से वे घटना को अंजाम नहीं दे पाए।

नशा मुक्ति केंद्र से छूटकर जेल जाने के लिए आरोपियों ने एक व्यक्ति की चम्मच से गोदकर हत्या कर दी। केंद्र संचालक के मुताबिक आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वे नशा मुक्ति केंद्र की पाबंदियों से परेशान थे। इसलिए उन्होंने हत्या की योजना बनाई।

संचालक के मुताबिक एक आरोपी मरीज पहले भी एक बार कर्मचारियों को चकमा देकर यहां से भाग चुका है। उसके परिवार ने उसे फिर से नशा मुक्ति केंद्र भेज दिया। इससे वो काफी परेशान रहता था।

केंद्र के संचालक रविंद्र कुमार ने बताया कि आरोपियों ने बुधवार देर रात उनकी हत्या की भी योजना बनाई थी। जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे होने की वजह से वे घटना को अंजाम नहीं दे पाए। अगले ही दिन आरोपियों ने केंद्र के एक मरीज जो चलने-फिरने में असमर्थ था, उसकी हत्या कर दी। यह सभी बातें आरोपियों ने हत्या के बाद नशा मुक्ति केंद्र पर पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में बताई हैं।

एक आरोपी वर्ष 2024 में भी किया जा चुका है भर्ती

नशा मुक्ति केंद्र के संचालक रविंद्र कुमार के मुताबिक अजय कुमार का एक हत्यारोपी गुरदीप सिंह वर्ष 2024 में एक महीने तक भर्ती रहा था। इस दौरान वह कर्मचारियों को चकमा देकर केंद्र से भाग गया था। इसके बाद परिजनों ने गुरदीप सिंह को 31 मार्च 2025 को एक बार फिर से नशा मुक्ति केंद्र भेज दिया।

ऐसे भर्ती हुआ था दूसरा आरोपी
दूसरा आरोपी हरमनदीप सिंह 13 अप्रैल को भर्ती किया गया था। दोनों ही आरोपी पंजाब के बठिंडा के रहने वाले हैं। संचालक के मुताबिक दोनों आरोपी उनके एक पुराने मरीज के माध्यम से नशा मुक्ति केंद्र आए थे।

यूपी पुलिस में उपनिरीक्षक है मृतक का बेटा
पुलिस की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक मृतक अजय कुमार के दो बेटे हैं। एक बेटा उत्तर प्रदेश पुलिस में हैं। वह बरेली क्षेत्र में तैनात है। जबकि छोटा बेटा मेरठ के एक विश्वविद्यालय में मार्केटिंग मैनेजर है। मृतक की पत्नी प्राइमरी स्कूल में अध्यापक हैं। अजय कुमार को शराब पीने की लत लगने के बाद आठ अप्रैल को केंद्र में भर्ती कराया गया था।

वर्ष 2018 में शुरू किया गया था नशा मुक्ति केंद्र
जानकारी के मुताबिक 24 जुलाई 2018 में नशा मुक्ति केंद्र की शुरूआत की गई थी। इसकी देखभाल के लिए 14 कर्मचारियों को तैनात किया गया है। वर्तमान में नशा मुक्ति केंद्र में 56 मरीज भर्ती हैं।

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