
दरअसल मामला ये है कि उत्तराखंड के नैनीताल में एक मुस्लिम व्यक्ति पर नाबालिग लड़की के रेप का आरोप लगा जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया, लेकिन हिंदू संगठनों के लोगों ने इस मामलें के ज़रिये नफ़रतों को परवान चढ़ाया और मुस्लिमों की दर्जनों दुकानों और में तोड़तोड़ की और शहर की जामा मस्जिद पर भी पथराव किया, हिंदू संगठनों के गुंडों की नफ़रतें यही नही थमी वह आज शहर में रैली लेकर निकले और मुस्लिमों के ख़िलाफ़ भड़काव बयानबाजी व ख़ूब नारेबाज़ी व आपत्तिजनक गालियां दी, तभी उन्हें वीडियो में दिख रही लड़की अकेले ही घेर लेती है और उनसे तर्क के साथ भिड़ जाती है, इस बहादुर व साहसी हिंदू लड़की ने उनसे सवाल करके जवाब तलब किये जिसके बाद सभी दुम दबाकर भागते हुए दिखाई दे रहे है, लड़की ने इस मामलें के ज़रिये मुस्लिमों के प्रति रैली में फैलाई जा रही नफ़रतों का पुरजोर विरोध किया और कहा कि परसो ही गौशाला में गाय का बलात्कार किया गया उस पर आप लोग क्यो ख़ामोश थे? आपने मुस्लिम दुकानदारों को पीटा उनकी दुकानें तोड़ डाली कल यदि वो मेरे भाई को पीटने लगे तो क्या आप बचाने आयेंगे? क्या वो आपकी तरह व्यापारी ,मज़दूर नही है? आप इस रैली में सभी मुस्लिमों निशाना बनाते हुए गालियां दे रहे है हिंदू मुस्लिम कर रहे है क्या ये सही है? बाद में युवती को पुलिस दिखाई देती है तो वह पुलिस से भी बड़ी बहादुरी से सवाल करती है और कहती है आपकी मौज़ूदगी में आपके सामने मुस्लिमों के साथ ये सब कहा व किया जा रहा है आप क्या कर रहे है?ख़ैर इस बहादुर लड़की व इसके परिवारजनों को सलाम क्योंकि जब नफ़रत फ़ैलाने वाले गुंडों को एक बहादुर मिल जाता है और ईमानदारी की बात करता है तो नफ़रत पराजित हो जाती है और आज मैं नैनीताल में फैलाई जा रही नफ़रत को इस लड़की के माध्यम से भर भराकर गिरते हुए देख रहा हूँ!