
स्थान: नई दिल्ली
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री राजीव गांधी की एक मार्मिक और प्रेरणादायक सीख आज भी देशभक्ति की मिसाल बनी हुई है। उन्होंने एक बार कहा था, “मेरी माँ इंदिरा गांधी जी ने मुझे सिखाया है कि देश के लिए कोई भी क़ुर्बानी छोटी नहीं होती।” यह वक्तव्य केवल शब्द नहीं, बल्कि उनके जीवन के आदर्श और बलिदान की गवाही देता है।
राजीव गांधी, जो अपने सहज स्वभाव, दूरदर्शी सोच और आधुनिक भारत की नींव रखने की दिशा में किए गए कार्यों के लिए याद किए जाते हैं, ने अपने परिवार की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए देश सेवा को सर्वोपरि माना। उनकी माता, भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी ने भी देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी थी।
यह कथन, जो उन्होंने कई मंचों पर दोहराया, आज भी देश के नौजवानों को कर्तव्य, बलिदान और राष्ट्रभक्ति का संदेश देता है। यह वाक्य केवल एक व्यक्तिगत अनुभव नहीं, बल्कि हर भारतीय को यह याद दिलाने वाला वाक्य है कि जब बात देश की हो, तो कोई भी त्याग बड़ा या छोटा नहीं होता।
राजीव गांधी का यह संदेश उस समय और भी प्रासंगिक हो जाता है जब आज का भारत नई चुनौतियों और अवसरों के दौर से गुजर रहा है। उनके द्वारा दिखाया गया मार्ग और विचार आज भी भारत की राजनीति और युवाओं के नेतृत्व के लिए प्रेरणा है।
आज जब देश उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता है, तो यह वाक्य हर भारतीय के दिल में गूंजता है —
“देश के लिए कोई भी क़ुर्बानी छोटी नहीं होती।”

रिपोर्टर ओमपाल कश्यप