
कांग्रेस को राजस्थान में बड़ा झटका लगने की संभावना है। खबर है कि विधायक और राजस्थान के पूर्व कैबिनेट मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीय के सत्तारूढ़ भाजपा में शामिल हो सकते हैं। मुख्यमंत्री भजनलाल के साथ गुरुवार को हुई उनकी मुलाकात यही संकेत दे रही है।
कांग्रेस विधायक और CWS सदस्य महेंद्रजीत सिंह मालवीय के भाजपा में शामिल होने की अटकलें तेज हो गई हैं। सूत्रों के मुताबिक मालवीय कांग्रेस के रवैये से ‘खुश’ नहीं हैं। दरअसल मालवीय नेता प्रतिपक्ष नहीं बनाए जाने से पार्टी से नाराज चल रहे हैं। गौरतलब है कि 14 फरवरी को राज्यसभा चुनाव के लिए राजस्थान से कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में सोनिया गांधी के नामांकन पत्र दाखिल करने के दौरान भी मालवीय जयपुर नहीं आए थे।
महेंद्रजीत सिंह मालवीय वर्तमान में बांसवाड़ा जिले की बागीदौरा विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं और अब बांसवाड़ा सीट से बीजेपी के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं। दक्षिणी राजस्थान के एक आदिवासी नेता के रूप में आगामी लोकसभा चुनावों से पहले उनका भाजपा में शामिल होना महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।
जानकारी के अनुसार कांग्रेस विधायक महेंद्रजीत मालवीय ने गुरुवार को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मुलाकात की थी, जिसके चलते उनके पार्टी में शामिल होने की हवा को बल मिल रहा है। संभावना बताई जा रही है कि मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद मालवीय दिल्ली जा सकते हैं, जहां वे भाजपा में शामिल होने का ऐलान कर सकते हैं।
खतरा सिर्फ इतना ही नहीं है राजस्थान से कांग्रेस के 4 अन्य दिग्गज नेता भी भी पार्टी बदलने के लिए कतार में खड़े हैं। अंदर ही अंदर चर्चा है कि लालचंद कटारिया, राजेंद्र यादव और उदयलाल आंजना से भी भाजपा पार्टी में शामिल होने के लिए संपर्क कर चुकी है।
फिलहाल मालवीय के ही भाजपा में आने के संकेत हैं। दूसरे नेताओं की बात करें तो लालचंद कटारिया ने निजी कारण बताते हुए कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा था। राजेंद्र यादव भी कोटपूतली से विधायक रह चुके हैं और पिछली गहलोत सरकार में मंत्री भी थे। चुनाव से पहले उनके ठिकानों पर इनकम टैक्स भी पहुंची थी। उदयलाल आंजना पर भी पिछली सरकार में लगातार इनकम टैक्स की कार्रवाई हुई थी। बताया जा रहा है कि ये नेता किसी न किसी कारण से कांग्रेस से नाराज हैं और पार्टी बदल सकते हैं।