
जिस तरह किसान आंदोलन में पुलिस प्रशासन में शुभकरण सिंह जी की मौत हुई हुई उसके लिए हमारे पास क्या किसी के पास भी शब्द नहीं है और अब प्रधानमंत्री किस मुंह से जय जवान जय किसान का नारा लगाएंगे और किस मुंह से वह किसानों को मोदी गारंटी का ऑफर करेंगे यह समझ से परे है इस तरह का काला दिन कभी नहीं आया इतिहास में जब अन्नदाताओं के ऊपर इतनी बर्बरता की जाए इससे पहले भी तीन कृषि कानून लदे गए थे थोपे गये थे केंद्र सरकार की तरफ किसानों के ऊपर और लगभग 1 साल तक किसान धरनारद्द रहे थे और साथ सौ किसानों ने साहद्द दी थी, यह सीधे-सीधे एक हत्या है
रिपोर्टर :- लक्ष्मण प्रकाश
कैमरामैन :- चन्दन कुमार