
जिला पंचायत सभागार में आयोजित कार्यक्रम में विभिन्न जनपदों के साहित्यकारों ने प्रतिभाग किया।कलम क्रांति साहित्यिक मंच की ओर से 51 साहित्यकारों के साथ ही विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य कर रहे लोगों को मां सरस्वती सम्मान 2025 से सम्मानित किया। इस दौरान काव्य गोष्ठी का आयोजन भी किया गया। बालखिला की महिला मंगल दल की महिलाओं ने ढोल-दमाऊं के साथ पौणा नृत्य की शानदार प्रस्तुतियां भी दी।जिला पंचायत सभागार में आयोजित कार्यक्रम में विभिन्न जनपदों के साहित्यकारों ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम की शुरुआत अखिल भारतीय साहित्य परिषद के प्रदेश अध्यक्ष सुनील पाठक, उत्तराखंड आंदोलनकारी शिक्षिका मनीषा रावत और लेखक संदीप रावत ने संयुक्त रुप से किया।कार्यक्रम में जागर गायिका पम्मी नवल, पर्यावरण प्रेमी शिक्षक धन सिंह घरिया, अक्षत नाट्य संस्था के अध्यक्ष विजय वशिष्ठ सहित 51 साहित्यकार व रंगमंच से जुड़े लोगों को सम्मानित किया गया। इसके अलावा विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ठ कार्य करने वाले 50 लोगों को भी सम्मानित किया गया।मंच की अध्यक्ष शशि देवली ने कहा कि 2018 से कलम क्रांति साहित्यिक मंच की ओर से साहित्यिक गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है। कोविड काल में मंच की ओर से जगह-जगज जन जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस मौके पर बच्चीराम उनियाल, शिक्षिका बबीता थपलियाल, ऊषा रावत, सुनील नाथन, मोहन सिंह नेगी आदि मौजूद रहे। मंच संचालन डॉ. डीएस नेगी और हिमांशु थपलियाल ने किया।