उत्तराखंड

12 दिन में 3.56 करोड़ कांवड़ यात्री पहुंचे हरिद्वार, दून में देखें कप्तान ने कैसे संभाला मोर्चा

मेले के आखिरी दो दिन में कांवड़ यात्रियों की रफ्तार बेहद तेज हुई। वहीं देहरादून में कांवड़ मेले के अंतिम चरण में एसएसपी अजय सिंह खुद सड़क पर ड्यूटी निभाने उतरे। गर्मी और भीड़ के बीच एक कांवड़िए के बेहोश होने पर एसएसपी ने तुरंत अस्पताल पहुंचाया।

धर्मनगरी से गंगाजल भरकर अपने गंतव्यों की तरफ रवाना हुए शिवभक्तों की संख्या तीन करोड़ 56 लाख के पार पहुंच गई है। रविवार की शाम छह बजे से लेकर सोमवार की शाम छह बजे तक 55 लाख श्रद्धालु गंगाजल भरकर अपने गंतव्य की ओर रवाना हो गए।

पुलिस और प्रशासन के आंकड़ों के अनुसार, अब तक कुल तीन करोड़ 56 लाख 90 हजार से अधिक कांवड़ यात्री हरिद्वार हरकी पैड़ी सहित आसपास के गंगा घाटों से गंगाजल लेकर रवाना हो चुके हैं। सोमवार को डाक कांवड़ और सामान्य कांवड़ यात्रियों की भारी भीड़ हरकी पैड़ी, भीमगोडा, सुभाष घाट, समेत प्रमुख स्थलों पर उमड़ी रही। एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोभाल ने बताया कि 10 से 21 जुलाई तक 3.56 करोड़ कांवड़ यात्री रवाना हो चुके हैं। सोमवार को 55 लाख श्रद्धालु लौटे हैं। रविवार को 53 लाख यात्री गंगाजल भरकर रवाना हुए थे।

एसएसपी अजय सिंह ने संभाला मोर्चा
ऋषिकेश क्षेत्र में श्यामपुर फाटक पर ट्रैन के कारण लगे भीषण जाम को खुलवाने एसपी ऋषिकेश के साथ एसएसपी दून अजय सिंह स्वंय मौके पर पहुंचे। जाम और उमस के कारण बेहोश हो रहे मोटर साइकिल सवार कावंड़ यात्री को संभालने के लिए एसएसपी अजय सिंह उसकी ओर दौड़े। तबीयत बिगड़ने पर कांवड़ यात्री को तत्काल प्राथमिक उपचार दिया गया। जाम के बीच मौके पर एम्बुलेंस की व्यवस्था कर कावंड़ यात्री को नजदीकी अस्पताल भेजा गया।

कुछ ही घंटों में 100 किमी से ज्यादा का सफर तय कर रहे शिवभक्त
कांवड़ मेला अंतिम चरण में पहुंचने के बाद डाक कांवड़ यात्रियों की टोलियां रफ्तार के साथ अपने गंतव्य की तरफ लौट रहे हैं। महादेव के जयकारों के बीच शिवभक्त अब कुछ घंटों में 100 किलोमीटर से ज्यादा की दूरी नाप रहे हैं। अंतिम दो दिनों में यात्रियों की चाल इतनी तेज हुई है कि हरिद्वार से मेरठ, शामली, हापुड़ और गाजियाबाद जैसे जिलों तक की दूरी उन्होंने कुछ ही घंटों में तय करने का लक्ष्य रखा है।

डाक कांवड़ को कांवड़ यात्रा का सबसे कठिन और तेज़ चरण माना जाता है, जिसमें शिवभक्त गंगाजल लेने के बाद बिना रुके लगातार दौड़ते हुए अपने गंतव्य तक पहुंचते हैं।

इस बार यात्रियों में विशेष जोश देखने को मिल रहा है। हरिद्वार से बागपत के कांवड़ यात्री छह घंटे में 180 किमी, जबकि गाजियाबाद के कुछ युवक सात घंटे में 195 किमी दौड़कर पहुंचने का दावा कर रहे हैं। गाजियाबाद के कांवड़ यात्री आशीष और मोहित ने बताया कि सुबह 8 बजे जल भरा और बिना रुके अब सीधे हिंडन तक दौड़ेंगे।

बाबा भोलेनाथ ने बुलाया है, उनकी सेवा में देर कैसी। सात घंटे में पहुंचने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। मेरठ से आए अनुज शर्मा, कपिल त्यागी ने बताया कि हर कदम बाबा के नाम है।

थकान तो छू भी नहीं सकती है। समय से पहले पहुंच जाएंगे, लेकिन हमने समय तय नहीं किया है। केवल भोले की मर्जी पर निर्भर है कि किस समय तक पहुंचेंगे।

बागपत के टिकरी निवासी सुधीर कुमार ने बताया कि हमारी पांच लोगों का जत्था आया है। हरिद्वार से बागपत तक पहुंचने के लिए छह घंटे का समय तय किया है। भगवान शिव की कृपा से पूरे तय समय में पहुंचेंगे।

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