
भारतीय युवा खेल परिषद की फर्जी वेबसाइट बनाकर युवाओं से ठगी करने वाले गिरोह ने पूरा सिस्टम सरकारी जैसा बनाया हुआ था। आरोपितों ने नोएडा में एक आलीशान कार्यालय खोला हुआ था, जिस पर बाहर से भारतीय युवा खेल परिषद के नाम का बोर्ड लगाया हुआ था।
गिरोह के सरगना आनंद मेहतो ने अपने कार्यालय के बाहर भारतीय युवा खेल परिषद के प्रशासक का बोर्ड लगाया हुआ था। पास ही योगेंद्र कुमार का कार्यालय था, जिसकी दीवार पर डायरेक्टर का बोर्ड टंगा हुआ था।
पूछताछ में आरोपित आनंद मेहतो ने एसटीएफ को बताया कि वह इंटरमीडिएट पास है। कुछ माह पहले उसकी मुलाकात बिहार निवासी मनीष कुमार से हुई थी।