मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु ने सचिवालय में देहरादून स्मार्ट सिटी कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने कि नाइट शिफ्ट में श्रमिकों की संख्या बढ़ाकर स्मार्ट सिटी के कार्यों की गति तेज करने के निर्देश दिए। कहा कि दून की सड़कों से जल निकासी व्यवस्था को मानसून सीजन से पहले पूरा कर लिया जाए।मुख्य सचिव ने कहा कि ऐसे कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर पूरा कराएं जिनसे आमजनमानस को परेशानियां उठानी पड़ रही हैं।
मंगलवार को मुख्य सचिव ने मुख्य कार्यकारी अधिकारी स्मार्ट सिटी सोनिका को निर्देश दिए कि अगले 15 दिनों में सड़कों के क्रॉस कनेक्शन संबंधी कार्य पूर्ण कराने के लिए संबंधित विभागों को निर्देशित करें। उन्होंने कहा कि सड़कों का डामरीकरण होने के बाद उन्हें फिर से खोदने की अनुमति नहीं दी जाएगी। मुख्य सचिव ने कहा कि स्मार्ट सिटी के तहत जो कार्य पूर्ण होने की कगार पर हैं, उन्हें शीघ्र समाप्त कर जारी परियोजनाओं पर फोकस किया जाए।
स्मार्ट सड़क, स्मार्ट पोल और एकीकृत जल निकासी प्रणाली सभी विभाग आपसी सामंजस्य से कार्य करते हुए निर्धारित समय में कार्य समाप्त करें। सीईओ स्मार्ट सिटी सोनिका ने बताया कि स्मार्ट सिटी के तहत कुल 22 प्रोजेक्ट प्रस्तावित हैं, जिनमें से 14 पूर्ण किए जा चुके हैं और आठ प्रोजेक्ट्स पर कार्य गतिमान है। उन्होंने कहा ऑनगोइंग प्रोजेक्ट्स पर निर्धारित समय सीमा के अंदर कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा। इस अवसर पर निदेशक यातायात मुख्तार मोहसिन, एसपी ट्रैफिक अक्षय प्रह्लाद कोंडे आदि मौजूद थे।
कई प्रोजेक्ट अधूरे
स्मार्ट सिटी परियोजना के कई प्रोजेक्ट अभी अधूरे हैं। चाइल्ड फ्रेंडली सिटी व पलटन बाजार में फसाड नीति का काम अब तक अधूरा है। प्रदेश सरकार की पहली ग्रीन बिल्डिंग का काम अभी शुरू नहीं कराया जा सका है। स्मार्ट रोड का काम भी अभी पूरा नहीं हुआ है।
यह हैं प्रमुख परियोजनाएं
स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत स्मार्ट स्कूल, वाटर एटीएम, ई-कलक्ट्रेट, सिटीजन आउटरीच, वाटर मैनेजमेंट (स्काडा), सीवरेज लाइन, दून लाइब्रेरी, पेयजल आपूर्ति, पलटन बाजार, स्मार्ट पोल, ड्रेनेज सिस्टम, स्मार्ट वाटर मीटर, मल्टीयूटीलिटी डक्ट, चाइल्ड फ्रेंडली सिटी और पलटन बाजार में फसाड योजना के तहत काम होना है।