
क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क एंड सिस्टम (सीसीटीएनएस) में देशभर के पहाड़ी राज्यों में उत्तराखंड पुलिस पहले नंबर पर है। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) ने मई की प्रगति रिपोर्ट में यह खुलासा किया है। उत्तराखंड पुलिस को सीसीटीएनएस के अधिकतर मापदंडों में पूरे नंबर दिए गए हैं। ओवरऑल मापदंडों में पूरे देश में उत्तराखंड पुलिस का तीसरा नंबर है। उत्तराखंड से आगे सिर्फ हरियाणा और उत्तर प्रदेश पुलिस है।
डीजीपी अशोक कुमार ने बताया, प्रदेश के सभी थाने सीसीटीएनएस से जोड़ दिए गए हैं। सीसीटीएनएस की हर माह प्रगति रिपोर्ट जारी की जाती है। मई की रिपोर्ट के आधार पर उत्तराखंड 97.44 फीसदी अंकों के साथ पहाड़ी राज्यों में नंबर एक पर है। वर्तमान में जारी की रैंकिंग में हिमाचल प्रदेश 96.15 फीसदी अंकों के साथ दूसरे, अरुणाचल प्रदेश 90.67 फीसदी अंकों के साथ तीसरे, मिजोरम फीसदी अंकों के साथ 88.06 चौथे और त्रिपुरा 76.77 फीसदी अंक प्राप्त कर पांचवें स्थान पर हैं। ये मापदंड थानों को नेटवर्किंग सिस्टम से जोड़ने, डाटा एकत्र करने, सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर स्थापित करने जैसे हैं। वहीं, अगर पूरे प्रदेश की बात करें तो सबसे ज्यादा 98.24 फीसदी अंक के साथ हरियाणा पुलिस पहले नंबर पर और 98.01 फीसदी अंक पाकर उत्तर प्रदेश पुलिस दूसरे स्थान पर है।
फिंगर प्रिंट्स अपलोड में भी तीसरे स्थान पर
देश में इस वक्त अपराधियों के फिंगर प्रिंट्स अपलोड करने के लिए नेशनल ऑटोमेटेड फिंगर प्रिंट्स आइडेंटिफिकेशन सिस्टम (एनएएफआईएस) का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसके इस्तेमाल में भी उत्तराखंड पुलिस पूरे देश में तीसरे स्थान पर है। इस श्रेणी में उत्तराखंड पुलिस को 53.2 फीसदी अंक मिले हैं। जबकि, 58 फीसदी अंकों के साथ तेलंगाना पहले और 54 फीसदी अंक पाकर हरियाणा पुलिस दूसरे नंबर पर है।