
देहरादून राजनीति से प्रेरित चंद्रलोक उक्रांद को ही नहीं उसके कर्मठ पदाधिकारियों को बदनाम करने का षड्यंत्र रच रहे हैं कि उक्रांद कार्यकर्ताओं के दम पर बुनियादी तौर पर वर्तमान में मौजूद स्थिति में खड़ा है यह बात उक्रांद के प्रदेश प्रवक्ता अनुपम खत्री ने पार्टी कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में कही उन्होंने चर्चा करते हुए कहा कि मैं पार्टी का एक सच्चा सिपाही हूं उनका कहना था कि मेरे बारे में घोर आपत्ति जनक व तथ्य हीन वीडियो आदिल राव नाम के फेसबुक अकाउंट से बीते बृहस्पति वार को अपराह्न 14.02 मिनट पर अपलोड कर प्रसारित की गई है। जिसकी जानकारी मुझे अपने एक मित्र के माध्यम से शुक्रवार रात्रि 8.30 से 9.00 बजे पर मिली कि एक वीडियो को निजी फेसबुक अकाउंट से खबर की तरह पोस्ट किया गया है जिसमें खबर कहने वाले का नाम नहीं बताया गया है और न ही वीडियो में किसी चैनल की आई0 डी0 या लोगो है पर वीडियो में बोलने वाले उक्त व्यक्ति ने अपनी एंकरिंग में जिन शब्दों का इस्तेमाल कर ये खबर प्रसारित की है जो मेरे सामाजिक व पारिवारिक जीवन पर हमला है।
जिसके खिलाफ हमारे दल के श्रमिक प्रकोष्ठ से के0 उपाध्यक्ष श्री संजय तीतोरिया द्वारा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को लिखित प्रार्थमिकी दी जा चुकी है और दल ने मांग है कि उक्त आदिल राव व उसका साथ देने वाले अन्य जो भी सब हैं उनकी तुरंत गिरफ़्तारी हो और अपने Fb अकाउंट के कवर पेज पर उक्त आदिल राव ने समाचार india नाम के किसी चैनल का फोटो लगा रखा है उस चैनल के सभी कर्मचारियों की वेरिफिकेशन तथा चैनल की मान्यता के प्रमाण व आदिल के समस्त प्रमाण पत्रों और नागरिकता की गहनता से जाँच की जाए।
मान्यवर दल को पूरा यकीन है कि ये दल को बदनाम करने की कुछ लोगों की एक राजनैतिक साजिश है। समाज के प्रति दल और स्वच्छ और कद्दावार छवि के नेता अनुपम खत्री संघर्ष, बेबाकी से राष्ट्रीय दलों को खुला लालकरना और सत्तासीन दल के कई नेताओं की कारगुजारियों, अनैतिक ढंग से काम करने वाले अधिकारीयों के काले कारनामों की पोल खोलना, संगठन के प्रति मेरा समर्पण और दल व समाज में बढ़ रही मेरी लोकप्रियता से कुछ लोग जो राजनीति में भी हैं और अन्य क्षेत्र में भी वो डरे हुए हैं और मेरा राजनैतिक पतन करना चाहते हैं इसी भावना के चलते मेरे खिलाफ कु-षड़यंत्र रचा जा रहा है। पहले दल में रहते हुए भी मेरे खिलाफ साजिशे की गई जिससे मैं दल छोड़ कर चला जाऊं पर मैं दल की गरिमा बनाये रखने के लिए चुप रहा सोचा घर का मामला है घर में ही रहना चाहिए लेकिन अब निष्काशन के बाद भी खुद को राज्यआंदोलनकारी, उत्तराखंड के उद्धारक और ukd के बड़ा नेता बताने वाले जय प्रकाश और उसके साथी लगातार संगठन को बदनाम करने करते आ रहे हैं और अब मुझे इस तरह टारगेट कर रहे हैं। लेकिन ये भूल रहे हैं कि “झूठ की रबर से सच की स्याही नहीं मिटाई जा सकती,,”। आज संगठन में मेरे प्रति जो विश्वास मेरे शीर्ष के सभी नेताओं में है और जो लगाव मेरे दल के वरिष्ठ व कनिष्क साथियों में मेरे प्रति प्रेमभाव व विश्वास बन रहा है उससे दल के खिलाफ जाने वालों को परेशानियां जरूर हो रही हैं जिससे वो दल को तोड़ने के अपने गंदे मंसूबों में कामयाब नहीं हो पा रहे हैं। यही वजह जो किसी भी स्तर तक जाकर मेरे विरोधी मेरा राजनैतिक पतन करना चाह रहे हैं लेकिन अब जो हरकत उन्होंने की है मैं ही नहीं मेरे सभी साथी उसका मुँह तोड़ जवाब देने को तैयार हैं। दल से निष्काषित लोग अन्य दलों के राजनेताओं के साथ मिलकर मुझको व मेरे दल को बदनाम करने के लिए ये नित नया प्रपंच रच रहे हैं और जिसमें ये उत्तराखंड की देवतुल्य जनता को ही नहीं हमारे आदर्श राज्यआंदोलनकारीयों को भी भ्रमित करने की कोशिश रहे हैं उसके लिए अब उन्हें उचित दंड जरूर मिलेगा। पत्रकार वार्ता में श्री शांति प्रसाद भट्ट (मुख्य केंद्रीय प्रवक्ता) श्री शिव प्रसाद सेमवाल (केंद्रीय मिडिया प्रभारी) श्री राजेंद्र पंत (के0 अध्यक्ष श्रमिक प्रकोष्ठ )आदरणीय सुलोचना इष्टवाल (के0 अध्यक्ष महिला प्रकोष्ठ) व श्री संजय तितोरिया (के0 उपाध्यक्ष श्रमिक प्रकोष्ठ) मौजूद रहे